ऋषिकेष , ऋषिकेश ने एक विशेष गौरव का अनुभव किया जब प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु MAAsterG यहां पधारे। 2007 में आत्मबोध (ज्ञानोदय) प्राप्त करने के बाद से MAAsterG जीवन के वास्तविक उद्देश्य को समझने की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने “मिशन 800 करोड़” के तहत ऋषिकेश को भी अपनी आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा बनाकर इसे दुनियाभर के लोगों तक पहुँचाने का प्रयास किया। कार्यक्रम में उन्होंने आज की प्रमुख सामाजिक समस्याओं पर प्रकाश डाला, विशेषकर युवाओं में तेजी से बढ़ रहे मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद, नींद की परेशानियाँ, आत्मघाती विचार और नशे की लत जैसे विषयों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि- जब हम आत्मा और जीवन के गहरे ज्ञान को समझ लेते हैं, तब हम अपने सच्चे स्व से जुड़ते हैं। यही जुड़ाव हमें हर परिस्थिति को स्वीकार करने की शक्ति देता है — और यही स्वीकार्यता धीरे-धीरे हमें मानसिक शांति और आंतरिक रूपांतरण की ओर ले जाती है। MAAsterG की वाणियाँ आज लाखों लोगों के जीवन में बदलाव ला चुकी हैं। उनकी बातों को सुनकर लोगों ने जीवन की कठिन से कठिन स्थितियों का सामना शांति और सहजता से करना सीखा है। वे इस बात के लिए जाने जाते हैं कि वे गूढ़ आध्यात्मिक विचारों को भी सरल, व्यावहारिक और रोज़मर्रा की भाषा में समझा देते हैं। उनकी शिक्षाएँ किसी धर्म या संप्रदाय तक सीमित नहीं हैं — वे हर व्यक्ति से सीधे संवाद करती हैं, चाहे उसकी पृष्ठभूमि कुछ भी हो। पिछले 16 वर्षों से MAAsterG ने अपने अनुभव को लाखों लोगों के साथ एक-एक कर के साझा किया और देखा कि 10 वर्ष के बच्चे से लेकर 80 वर्ष की दादी तक, चार पीढ़ियाँ एक साथ खुश होकर झूम रही थीं। इसी अनुभव के आधार पर दिसंबर 2023 में उन्होंने अपने ज्ञान को पूरी दुनिया तक पहुँचाने का निर्णय लिया ||