जय बदरीविशाल के उदघोष के साथ विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुले।

बदरीनाथ धाम, विश्वप्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट सेना की गढ़वाल स्काउट रेजीमेंट के बैंड की भक्तिमय धुनों के बीच जय बदरीविशाल के उदघोष के साथ बैशाख मास शुक्ल पक्ष सप्तमी,पुष्य नक्षत्र में आज रविवार 4 मई को प्रात: 6 बजे खुल गये है। इस अवसर पर श्री बदरीनाथ मंदिर को भब्य रूप से 40 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया था तथा दानीदाता श्रद्धालुओं ने तथा सेना, आईटीबीपी ने भंडारे आयोजित किये, सीमांत गांव माणा तथा बामणी की महिलाओं ने परंपरागत भक्तिमय नृत्य संगीत प्रस्तुत किये तथा भजनों का भी आयोजन हुआ इस दौरान आसमान से हैलीकॉप्टर से मंदिर परिसर एवं श्रद्धालुओं पर फूलों की वर्षा की गयी।मंदिर सिंह द्वार पर वेदवेदांग संस्कृत विद्यालय जोशीमठ के छात्रों ने स्वास्तिवाचन किया।इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित 15 हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट खुलने एवं अखंड ज्योति दर्शन के साक्षी रहे।इससे पहले 30 अप्रैल को श्री यमुनोत्री तथा गंगोत्री धाम तथा 2 मई को श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुल चुके है।श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी देश विदेश के तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दी है तथा चारधाम यात्रा पर आने का भी आमंत्रण दिया।उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं हेतु प्राथमिकता के आधार पर कार्ययोजनाओं को क्रियान्वित कराया है तथा तीर्थयात्रियों के लिए हर संभव सुविधाएं मुहैया करवायी गयी है मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा इस वर्ष नये कीर्तिमान स्थापित करेगी तीर्थयात्रियों को यात्री सुविधाओं हेतु हर संभव कदम उठाये गये है मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश एवं देश की समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की बीकेटीसी द्वारा प्रदेश सरकार की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से भगवान बदरीविशाल की प्रथम महाभिषेक पूजा की जायेगी।पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने अपने संदेश में श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा हेतु रजिस्ट्रेशन कराये है यह आंकड़ा 25 लाख के निकट है।श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के उत्तराखंड सरकार द्वारा नवनियुक्त अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर सभी तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं दी है। अपने संदेश में कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार तीर्थयात्रियों को बेहतर यात्रा सुविधाएं उपलब्ध करा रही है।बीकेटीसी के नव नियुक्त उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती तथा नवनियुक्त उपाध्यक्ष विजय कपरवाण ने भी श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी है।पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने तीर्थयात्रियों को सरल- सुगम दर्शन करने हेतु मंदिर समिति हेतु पर्यटन विभाग को दिशा-निर्देश जारी किये है रजिस्ट्रेशन की जांच एवं टोकन सिस्टम पर जोर दिया है।कपाट खुलने की प्रक्रिया के अंतर्गत रविवार प्रातः को चार बजे श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल सहित सभी अधिकारी कर्मचारी मंदिर परिसर सें आ गये। साढे चार बजे श्री कुबेर जी ने बामणी गांव से चल कर दक्षिण द्वार से श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर में प्रवेश किया। पांच बजे रावल अमरनाथ नंबूदरी,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष/राज्य सभा सांसद महेंद्र भट्ट , जिलाधिकारी संदीप तिवारी,बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल पूर्व रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, राजपुरोहित कांता प्रसाद नौटियाल पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल वेदपाठी रविंद्र भट्ट हक-हकूकधारियों डिमरी पंचायत प्रतिनिधियों मंदिर समिति अधिकारियों कर्मचारियों, भारतीय सेना के अधिकारियों ने मंदिर परिसर में प्रवेश किया तथा द्वार पूजा में सम्मिलित हुए।ठीक साढ़े पांच बजे से द्वार पूजा शुरू हो गयी तथा ठीक छ: बजे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ खोल दिये गये। इससे पहले माता लक्ष्मी ने बदरीनाथ मंदिर से अपने मंदिर परिक्रमा स्थित मंदिर मेंप्रवेश किया तथा श्री उद्वव जी श्री कुबेर जी, श्री गरूड़ जी श्री बदरीनाथ मंदिर गर्भ गृह में विराजमान हो गये। इसके पश्चात भगवान बदरीविशाल को ओढाया गया घृत कंबल को अलग किया गया तथा श्रद्धालुओं ने भगवान बदरीविशाल के निर्वाण दर्शन किये। कुछ देर में 10 बजे भगवान बदरीविशाल का अभिषेक शुरू हो जायेगा।विगत रविवार को श्री गरूड़ जी, उद्धव जी, श्री कुबेर जी, तथा आदिगुरु शंकराचार्य जी की गद्दी सहित गाडू घड़ा तेल कलश श्री बदरीनाथ धाम पहुंच गया था।श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने कपाट खुलने के अवसर पर सभी को बधाई दी सबके मंगलमर यात्रा की कामना की।तथा यात्रा से जुड़े सभी विभागों का आभार जताया।

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